लेखपालों के घंटों बैठने के बाद भी दर्ज नहो पाया था मुकदमा
परिवर्तन टुडे/चन्दौली
सकलडीहा। तहसील क्षेत्र के इकबालपुर मे बीते दिनों मिटटी की अवैध खनन रोके जाने पर क्षेत्रीय लेखपाल को फोन पर गाली गल्लौच और जान से मारने की धमकी देने पर पर लेखपाल संघ में आक्रोश है। बुधवार को लेखपाल संघ ने दूसरे दिन भी धानापुर पुलिस टालमटोल रवैया को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। मुकदमा दर्ज नहीं होने पर लेखपालों ने सुबह से कार्य बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन किया। लेखपालों के विरोध के आगे तहसील प्रशासन मौन साधे रहा।

लेखपाल संघ का आरोप है कि बीते 15 मई को इकबालपुर में खनन हो रहा था। इसकी सूचना मिलने पर हल्का लेखपाल विजय जायसवाल ने जाकर खनन को रोक दिया। 16 मई को लेखपाल के नंबर पर फोन पर गांव के एक व्यक्ति की ओर से गाली-गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी दिया गया। जिसकी शिकायत लेकर धानापुर थाने पर लेखपाल घंटों बैठे रहे। लेकिन हल्का दरोगा से लेकर थाना प्रभारी एक बार भी लेखपालों से मिलकर समसया का निस्तारण करना उचित नहीं समझा। जिससे क्षुब्ध लेखपालों ने सीओ से मिलकर घटना से अवगत कराया। इसके बाद भी आरोपी व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना तो दूर कोई कार्रवाई तक नहीं किया गया। जिसे लेकर लेखपाल संघ के पदाधिकारियों का गुस्सा फूट गया। लेखपालों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया। बुधवार को कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। जिससे दो दिनों से तहसील में फरियादी परेशान है। विभिन्न प्रकार की रिपोर्ट बंद पड़े होने पर छात्र और किसान परेशान है। वही लेखपाल संघ अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए है।
विरोध जताने वालों मे जिलाध्यक्ष विनय कुमार सिंह, जिलामंत्री विरेन्द्र कौशल,तहसील अध्यक्ष अरुण अवस्थी,चंदन यादव,वीरेन्द्र कौशल,विजय जाययसवाल, अनिल कुमार राय,कर्मजीत, संजय पचौरी, रामबली, प्रवीण आनंद,श्वेतिमा सिंह,आशा सिन्हा,सुमन यादव, शशीकला,रविशंकर राय, अनिल कुमार,,रंजना सिंह, बन्दना सिंह सहित बड़ी संख्या में लेखपाल रहे।