पीड़ित ने तहसील प्रशासन से लेकर पुलिस तक किया फरियाद पर कही नहीं हुई सुनवाई
वाराणसी। पिंडरा तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत बड़ागांव के बिसईपुर में जिस विवादित भूमि पर हाईकोर्ट से स्टे है, उसी भूमि पर तहसील प्रशासन एवं स्थानीय बड़ागांव पुलिस की सह पर दबंगों ने खड़ंजे का निर्माण करवा लिया। इस मामले में पीड़ित ने तहसील प्रशासन से लेकर पुलिस तक गुहार लगाया, परंतु उसकी सुनवाई कहीं नहीं हुई।
सच पूछिए तो पिंडरा तहसील प्रशासन द्वारा फरियादियों को न्याय दिलाने के बजाय उनको अपमानित करने के साथ शोषण का सिलसिला तेजी से चल रहा है। इसीलिए तो अधिवक्ता भी लामबंद होकर एसडीएम पिंडरा प्रतिभा मिश्रा तथा एसडीएम न्यायिक प्रज्ञा सिंह को तहसील से हटाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। फरियादी न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं। इसके बावजूद भी सत्ता पक्ष के एक विधायक के प्रभाव के चलते उपरोक्त अधिकारियों के खिलाफ बड़े अफसर कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं।
बड़ागांव थाना क्षेत्र के बड़ागांव (बिसईपुर) गांव निवासी विपिन पांडे का आरोप है कि मेरे घर के सामने सहन आबादी व कई विवादित आराजी को लेकर मेरे पिता दयाशंकर पांडे द्वारा हाईकोर्ट में मुकदमा दाखिल किया गया था,जिसमें न्यायालय द्वारा स्टे आदेश पारित किया गया है,जो आज भी चल रहा है। पीड़ित विपिन पांडे का आरोप है कि मेरे पड़ोसी तहसील तथा स्थानीय पुलिस को मिलाकर रातों-रात खड़ंजे का निर्माण करवा लिया गया। इस मामले में तहसील के साथ बड़ागांव थाने को भी प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग किया, परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ित विपिन पांडे का आरोप यह भी है कि आरोपी कानूनगो व लेखपाल को मिलाकर मेरे जमीन पर कब्जा करवा रहे हैं विरोध करने पर मुझे तथा मेरे परिवार वालों के ऊपर हमला करवाया जा रहा है शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है।
यह भी जानले कि पिंडरा तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कृपाशंकर पटेल व महामंत्री सुधीर कुमार सिंह के नेतृत्व में अधिवक्ता एसडीएम प्रतिभा मिश्रा तथा एसडीएम न्यायिक प्रज्ञा सिंह के खिलाफ तानाशाही और भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाकर न्यायिक कार्य से विरत है। बार एसोसिएशन के पदाधिकारियो का कहना है कि जब तक इन दोनों अधिकारियों को तहसील से हटाया नहीं जाएगा तब तक अधिवक्ता हड़ताल पर रहेंगे।
तहसीलदार पिंडरा शालिनी सिंह ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है,यदि इस मामले की शिकायत मुझे मिलेगी तो जांच बाद करवाई होगी।